आज मंत्रालय में 'मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना' के अंतर्गत हितग्राहियों को भू-अधिकार पत्र एवं स्थाई पट्टे का वितरण कर शुभकामनाएं दी। मैं और मेरी सरकार आपकी जिंदगी में बदलाव और सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए है। हम आपकी जिंदगी को बेहतर बना पायें, सरकार चलाने का यही हमारा उद्देश्य है। 'मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना' हमने बनाई, ताकि कई वर्षों से जिनका जमीन पर कब्जा है, उन्हें उसका वैधानिक अधिकार मिल जाये। अपनी जमीन का मालिक होने का अलग सुख है, आज आपका चेहरा देखकर यह एहसास हो रहा है।
सरकार वो, जो जिंदगी के हर मोड़ पर आपके साथ खड़ी हो जाये। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के माध्यम से गरीबों को राशन मिल रहा है, ताकि हमारे गरीब भाई-बहन को भरपेट भोजन मिल सके। आज मैं अपना संकल्प व्यक्त कर रहा हूं कि जिस गरीब के पास रहने की जमीन का टुकड़ा नहीं है, उसको रहने की जमीन का टुकड़ा देकर ही हम चैन की सांस लेंगे। 'मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना' में पहले 2014 से जिनका जमीनों पर कब्जा था, वही पात्र थे, लेकिन अब हमने फैसला किया है कि 2018 से भी जिसका कब्जा होगा, उसे भी पट्टा देकर जमीन का मालिक बनायेंगे।
जनता की सेवा का यह महायज्ञ है। हमने अब तक 21 हजार एकड़ जमीन भू-माफियाओं, गुण्डों, माफियाओं से मुक्त कराई है। अब इन जमीनों पर गरीबों का मकान बनेगा। आपके शहर में अगर कोई बच्चा ऐसा है जो कहीं भीख मांगता है तो वह हम सबके लिए शर्म की बात है। यह कलेक्टर की जवाबदारी है की ऐसे बच्चे को समझाएं और तत्काल उसके आश्रय की व्यवस्था करें। उसकी पढ़ाई कपड़े आदि के खर्चे की व्यवस्था हम करेंगे। मैंने दो आंगनवाड़ियां गोद ली है। आज मैंने यहां के बच्चों को देखा, वे इतने प्रतिभाशाली हैं कि मैं चमत्कृत रह गया। मैं अपने सभी साथियों से आग्रह करता हूं कि आप भी कम से कम एक आंगनवाड़ी अवश्य गोद लें और बच्चों को सुपोषित करने में सहयोग करें। आज जिन मित्रों को भू-अधिकार योजना का लाभ मिला है, मैं उन्हें
बधाई
देता हूं। जो शेष रह गये हैं, उन्हें भी शीघ्र ही इसका लाभ मिलेगा।